Wednesday, April 15, 2009

स्कूटी वाली लड़की

सुबह अचानक स्कूटी वाली लड़की याद आ गई..और याद आई ढेरो बातें...कुछ लिख दी...कुछ बाकी है बातें
छल्ला उंगली में घुमाती
दूसरे हाथ से फ़ोन पे बतियाती

हाथ-मुह सब कपड़े में छुपे
हर किसी को लेकिन आँख दिखाती
सिनेमा, ब्यूटी पार्लर, राशन
उसी से tution भी जाती
कभी रूकती गोलगप्पे वाले के पास
Boys school से निकलती तो हार्न बजाती
दिसम्बर के कोहरे में छिपी headlight
तो जुलाई में कीचड उडाती
स्कूटी धोते पापा ही थे उसके
लेकिन छोटे से scratch को भी ख़ुद सहलाती
दोस्तों के साथ खूब पीछा किया उसका
हमारे बीच वो 'स्कूटी वाली लड़की' कहलाती