सुबह अचानक स्कूटी वाली लड़की याद आ गई..और याद आई ढेरो बातें...कुछ लिख दी...कुछ बाकी है बातें
छल्ला उंगली में घुमातीदूसरे हाथ से फ़ोन पे बतियाती
हाथ-मुह सब कपड़े में छुपे
हर किसी को लेकिन आँख दिखाती
सिनेमा, ब्यूटी पार्लर, राशन
उसी से tution भी जाती
कभी रूकती गोलगप्पे वाले के पास
Boys school से निकलती तो हार्न बजाती
दिसम्बर के कोहरे में छिपी headlight
तो जुलाई में कीचड उडाती
स्कूटी धोते पापा ही थे उसके
लेकिन छोटे से scratch को भी ख़ुद सहलाती
दोस्तों के साथ खूब पीछा किया उसका
हमारे बीच वो 'स्कूटी वाली लड़की' कहलाती
6 comments:
Tharki nostalgic Kaalu.. [:D]
good view abt the power today's women posses... you could have stated more abt the way a women handles stuff by giving more widely known events, or things relating to a certain character of a woman. Keep it up... also... ek aur comment.. happy ho gaya hoga toh treat de dena...
aaj kal kahaan hai yeh scooty waali ladki? koi ataa pata?? :P
aukaad likha hai yaar,kya socha hai!!wah wah
2 saal jitni scooty wali ladki dekhi sab yaad aa gayi
its so sweet :)
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